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हार गई मैं-जीवन की इस दौड़ मैं दुनिया की इस रीत मैं

Aarti Goswami 05 Feb 2024 कविताएँ अन्य हार पर कविता 3564 1 5 Hindi :: हिंदी

"हार गई मैं"
जीवन की इस दौड़ मैं 
दुनिया की इस रीत मैं 
सबसे पीछे रहे गई मैं 
क्या करू हार गई मैं 
खुद की उलझनों मैं 
ज्ञान से भरे संसार मैं 
ज्ञान लेने से चूक गई मैं 
क्या करू हार गई मैं 
अपनी ही नासमझी मैं 
अपनी ही हर जिद्द मै
अपना ही बुरा कर गई मैं 
क्या करू हार गई मैं 
किताबो के भंडार मैं 
सपनो के संसार मैं 
क्यों पीछे रहे गई मैं 
क्या करू हार गई मैं 
      ~आरती गोस्वामी ✍️

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Aarti Goswami ✍️

1 month ago

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