DINESH KUMAR SARSHIHA 19 Jan 2024 आलेख धार्मिक #परमार्थ#parmarth 5722 0 Hindi :: हिंदी
**परमार्थ का महत्व** *************** परमार्थ वह ऊँचा स्तर है जिसे प्राप्त करना हर व्यक्ति के जीवन का मुख्य उद्देश्य होता है। यह आत्मा का उच्चतम लक्ष्य होता है, जो हमें जीवन की असली माया और गहराईयों को समझने की क्षमता प्रदान करता है। परमार्थ का महत्व इसलिए भी है क्योंकि यह हमें वास्तविक सुख और शांति की ओर प्रवृत्ति करने का मार्ग प्रदान करता है। यह भारतीय सांस्कृतिक तथा धार्मिक दृष्टिकोण से उत्पन्न होने वाला सिद्धांत है जो हमें आत्मा के माध्यम से अद्वितीयता का अनुभव करने की अनुमति देता है। जब हम परमार्थ की ओर प्रबल मुख करते हैं, तो हम अपने जीवन को नयी दिशा देते हैं। इससे हमारे चरित्र में उदारता, सहानुभूति, और नैतिकता का विकास होता है। परमार्थ के माध्यम से ही हम अपने आत्मविकास और सामाजिक सेवा की सजगता को बढ़ा सकते हैं। संसारभर में अनेक धार्मिक साहित्य और ग्रंथ इसे प्रमोट करते हैं और बताते हैं कि सच्चा जीवन केवल भौतिक सुखों में ही नहीं, बल्कि आत्मा के परिप्रेक्ष्य में ही सम्पन्न हो सकता है। इस प्रकार, परमार्थ का महत्व यह है कि यह हमें सच्चे और शांतिपूर्ण जीवन की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाता है जो सिर्फ अपने ही सुख के लिए नहीं, बल्कि समस्त मानवता के लिए भी सार्थक होता है।
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