मो. आमीर रजा 30 Mar 2023 शायरी अन्य अपनों कों भूल गए 30681 0 Hindi :: हिंदी
समझदार हैं वो लोग जो भूले नहीं अपने वकार को! इस दौर में आसानी से भूल जाते हैं लोग अपने किरदार को इस दुनिया कि भीड़ में हमने घाटे का सौदा ही किया है अपनों को तो हम मना न सके निकले हैं मानाने गैर को!