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जिंदगी का सफर

Chanchal chauhan 30 Mar 2023 शायरी अन्य गिरकर संभलते रहे हम 57485 0 Hindi :: हिंदी

जिंदगी के सफर में रुक -रुक कर चले हम,कभी हार के बैठे ना हम,
हार भी गये फिर भी चलते रहे हम,
आये जिंदगी में ना जाने कितने,
आंधी, तूफान ,गिरकर भी संभलते रहे हम,

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