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मेरे जख्म आज फिर से हरे हो गये

Mukesh Namdev 04 Jun 2023 शायरी प्यार-महोब्बत बात,जख्म 8616 0 Hindi :: हिंदी

"बात"
"मेरे जख्म आज फिर से हरे हो गये कोई तुम्हारे, 
 जैसा तुम्हारी जैसी कुछ बात कह के चला गया"
                  #Mukesh Namdev

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