धर्मपाल सावनेर 30 Mar 2023 गीत समाजिक मां तेरे जैसा कोई ना यहां 8968 0 Hindi :: हिंदी
लाखो मिले अपने देखा सारा जहां ए मां तेरे जैसा कोई ना यहा तेरे प्यार को मैं कर सकता ना बया ए मां तेरे जैसा कोई ना यहा सर्द रातों में बातो ही बातो में सुलाती थी मां सहला के प्यार से झुलाया है तुने आंचल के झूले मे पिलाया है मुझको अमृत सीने से ए मां तेरे चरणों मैं गर मै पडा रहूंगा फिर भी मैं मां तेरा ना अहसा चुका सकूंगा तुझमें मेरी दुनिया है तुझमें मेरा जहा ए मां तेरे जैसा कोई ना यहां तेरे प्यार को मैं कर सकता ना बया ए मां तेरे जैसा कोई ना यहां डूडने को खुसिया जमाने मे चला धोखे जिल्लत के सिवा कुछ भी ना मिला आंचल जो तेरा छोड़ा दुनिया से नाता जोड़ा बर्बादी की तरफ रुख जिंदगी का मोड़ा एक बार आके मां तू बाहों मे अपनी ले ले सोया नही हु कब से सुकू की नींद से में चरणो सजदा करते ये धरती आसमा ए मां तेरे जैसा कोई ना यहां धरम सिंग राजपूत 8109708044