Rupesh Singh Lostom 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत ए ही प्यार है 18460 0 Hindi :: हिंदी
ए ही प्यार है चलते –चलते जब कदम रोक जाये बैठे-बैठे उदासी तेरे चेहरे पर झलक जाये आँख नम होने लगे सांस थमने लग जाये धड़कन तेज़ हो जाये किसी की याद सताने लगे तो समझो ए ही प्यार है प्यास बढ़ने लगे भूख मरने लगे अन देखा अनचाहा डर जब सताने लगे आख लग के भी न लगे रात जगाने लगे कोई आपकी सांसो से दिल में उतरने लगे तो समझो ए ही प्यार है जब आपको कोई समझने लगे जिकर चाँद तारो से जब आपकी कोई करने लगे उसे रुठने का भय आपको लगने लगे दूर जा कर भी पास जब दिखने लगे तो समझो ए ही प्यार है कोई आपको अपना जब लगने लगे जिगर में जब याद बनके कोई लहू में उतर ने लगे आपका अपना है दिल ऎसा समझने लगे तो समझो ए ही प्यार है