Ranjana sharma 18 Sep 2023 कविताएँ दुःखद तेरा जख्म#Google# 12298 0 Hindi :: हिंदी
जख्म ऐसा तूने दिया है इसको मिटाने का कोई ना दवा है हमने कहा था एकदिन तुमसे ना करो इतनी मोहब्बत हमसे आया नहीं क्यों तरस तुमको तोड़ दिया तूने हंस हंस के मुझको क्या बिगाड़ा था हमने तेरा तूने मुझको कहीं का ना छोड़ा अच्छा सिला दिया तूने मेरी वफ़ा का हम गुनेहगार हो गए खुद के नजरों का मोहब्बत ना था तुम्हें गर जो तुम कह देते तो खुदा की कसम तेरी राह में हम सनम कभी ना आते आज इतनी नजदीकियां बढ़ाकर तूने मुझे चकनाचूर कर दिया क्या बताए हम तुमको अपने हाल - ए - दिल का कितना मजबूर कर दिया जिंदा होकर भी ,जिंदा लाश बनकर रह गए तुझसे वफा निभाते - निभाते देख सनम हम क्या से क्या हो गए वफा क्यों तुझको मेरी राज ना आई मेरी रूह भी अब तुझसे ऐ सवाल कर गई धन्यवाद🙏