Pankaj Kumar Boorakoti 30 Mar 2023 शायरी समाजिक #दुनिया 68015 0 Hindi :: हिंदी
दुनिया में रिश्तो से ज्यादा पैसों की अहमियत है चंद रुपयों की खातिर अपनो को शरेआम कत्ल होता है, और रुपयों के खाते हैं बेगानों को अपना बनाया जाता है. लेखक पंकज कुमार बुड़ाकोटी