Ranjana sharma 30 Mar 2023 कहानियाँ धार्मिक Google 12643 0 Hindi :: हिंदी
रामपुर गांव में एक धनवान सेठ रहता था ,वह बहुत धनवान था।वह लोगो को खूब दान - वान करता था पर उसमें एक खूबी थी कि वह उसी को अपना कुछ भी दान करता ,जो उसकी तारीफ करता था।जब कुछ लालची और ढोंगी लोगों को यह बात पता चली तो वे लोग उसकी खूब तारीफ करते और उससे अपना मनचाहा दान लेकर चले जाते।कुछ दिन बाद नवरात्री का त्यौहार आया ,वह धनवान मां के नाम से भण्डारा करा रहा था,पर उसका जो स्वभाव था वह बदला नहीं था वह उसी को भण्डारा खिला रहा था जो उसकी तारीफ कर रहा था।तभी एक बूढ़ा बुजुर्ग व्यक्ति उसके द्वार पर आया और कहने लगा " ये धनवान सेठ मैंने आपकी खूब प्रशंसा सुनी है कि आप लोगों को उसके मनचाहा दान देते हैं मैं भी कुछ दिन से बहुत भूखा हूं आप कृपा कर मुझे भर पेट भोजन करा दें " पर उस बूढ़े व्यक्ति को यह नहीं पता था कि धनवान उसी को कुछ देता जो उसके तारीफ में कुछ कहता ।"वह बूढ़ा व्यक्ति उससे बार - बार यही विनती कर रहा था भर पेट भोजन करा दो,पर धनवान सेठ उसे बाहर निकाल देता और कहता तुम्हारे लिए कोई भोजन नहीं है जाओ यहां से।तब वह बुजुर्ग व्यक्ति कहता " तू आज जिस चीज का घमंड कर रहा है कल तेरे पास नहीं रहेगा तू भी एक दिन भीख मांगेगा " ऐसा बोलकर वह वहां से चला जाता। धन्यवाद