Rajendra Prasad Gupta 21 Jun 2023 कविताएँ समाजिक अनदेखी बातें 7670 0 Hindi :: हिंदी
अंधकार का सफर, जिंदगी का नया मोड़, एक अनजान राह पे बहता वक्त की लहर। दिलों में बसी, अनदेखी बातें होती हैं, जो सबके होंठों पे नहीं होती हैं। छोटे से बच्चे की वो खुशियों वाली मुस्कान, धरती की गोद में प्यार से लिपटी नन्ही जान। उन रंग-बिरंगी लड़कियों के अटूट सपने, जो तोड़ दे दिल के सब शिकन में छिपने। माँ के आँचल में छुपी चांदनी की किरण, पिता की मुस्कान, बेटी के गुजरे लम्हों की याद। प्यार और स्नेह से जुड़ी वो भावनाएं, जो शब्दों में नहीं, बस दिल में बसी रहती हैं। ये अनदेखी बातें हमारी ज़िंदगी की हैं चार्म, हाथों में हों, पर देखी न जाएं कभी आंखों से। बस जीवन की ये ख़ूबसूरती की अहम ख़ज़ाना, जो दिलों में छुपा बसा, चमकता हर जगह से।
I take pride in writing articles on all the problems related to the society....