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क्षमा मांगने का त्योहार आया-आया पर्व पर्युषण आया

Disha Shah 21 Sep 2023 कविताएँ अन्य 9539 0 Hindi :: हिंदी

क्षमा मांगने का त्योहार आया
आया पर्व पर्युषण आया
जाने अंजाने में 
हमें  किसी का दिल 
दुखाया  हो 
अशब्द बोले हो
कटु वाणी बोली हो
वैर जैर से बचने के 
लिए सुंदर पर्व है 
हमारा पर्युषण
हमें गर्व होना चाहिए
की हम जैन है 
हमें अगले जन्म में कोई तो 
पूर्णय किए होंगे 
जिससे हमें इतना सुंदर 
अवतार मिला है 
इस जन्म में हमे 
धर्म ध्यान 
दान 
और सब से जरूरी बात 
अपने अंदर के जितने भी 
अवगूर्ण है जिन्हे क्षमा पमा 
से अपनी आत्मा को
शुद्ध करना चाहिए
मिरछामी दुक्द्दम

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