Samar Singh 21 Jun 2023 गीत दुःखद जो जिंदगी थी वहीं बेवफा थी, मौत तो वफा कर गई। 5046 0 Hindi :: हिंदी
तू बेवफा निकली मेरी जिंदगी, तुझसे क्या नजर मिलाऊँ। मौत तो वफा निकली, करूँ बंदगी, इसी को गले लगाऊं।। साथ छोड़ जाती है जिंदगी जब, दामन थामने आती है मौत तब, जिंदगी एक पुरानी कहानी है, मौत तो एक सफर सुहानी है। जिंदगी में तो उतार है, चढ़ाव है, मौत के सफर में कहीं ना पड़ाव है। जिंदगी में मिलती है रुसवाई, किस- किस को समझाऊँ। तू बेवफा निकली-----------------।। जिंदगी में आते है गम बार- बार, मौत के साये में आती है एक ही बहार। जिंदगी में जीना पड़ता है मर - मर के हजार, मौत तू आ जा रे! मैं तू कब से तैयार। ऐ! मौत दे दे नींद मुझे, तुझसे लिपट के सो जाऊँ। तू बेवफा निकली....................।। रचनाकार- समर सिंह " समीर G"