Mohammed fejaan 30 Mar 2023 शायरी राजनितिक गूगल 7636 0 Hindi :: हिंदी
शायरी,, नंबर 20 अरे वा किया जामाना आगया हैं। अरे वा किया जामाना अगया हैं। और अब तो लोग-बाघ कुछ चन्दं रूरूपयो के लिए बाईमानी पर ऊतार हैं। और घर वालों के जिस्म सात में बेच कर पैसे कमानें का धनदा अपने खोल रखा हैं? हो हॉ हाँ मेरी जान...,,, मोहम्मद फैजान सिद्धिकी हरियाण सी.टी पानीपत गांव नूवाला 25 फूटा रोट ईन्दा विहार कॉलोनी वार्ड न0 2,
I , am Mohammed fejaan my father name rais ahamad and mathar name vasila...