Chanchal chauhan 21 Jan 2024 कविताएँ प्यार-महोब्बत सैलाब सैलाब आंखें आंखें शिकायत करुंगी लडूंगी बात नहीं करूंगी पर तेरी निगाहें राधा कृष्ण राधावल्लभ 4577 0 Hindi :: हिंदी
शिकायत थी तुमसे बहुत गिले शिकवे थे तुमसे बहुत सोचा था तुम मिलोगे तो बहुत लडूंगी नाराज हो जाऊंगी अगर मनाओगे तो भी ना मानूंगी पर तेरी एक निगाह ने यह सब मेरा सैलाब में बहा दिया मैं मंत्रमुग्ध होकर तेरी निगाह में बह गई।