मोती लाल साहु 03 Jun 2023 शायरी समाजिक संगत ऐसी हो, जिसमें आप अंदर से उभरो- संगत ऐसी ना हो कि आप खुद से दूर हो जाओ 5523 0 Hindi :: हिंदी
संगत- ऐसी हो जिसमें, आप अंदर से उभरो,, संगत- ऐसी ना हो जिसमें, आप खुद से दूर हो जाओ..!! -मोती
Login to post a comment!
...