संदीप कुमार सिंह 06 Jul 2023 कविताएँ समाजिक मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 3891 0 Hindi :: हिंदी
(दोहा छंद) समय बड़ा बलवान है,करें नहीं यूं व्यर्थ। साथ समय के जो चले,समझे जीवन अर्थ।। समय बड़ा बलवान है,करें सदा सम्मान। सुख दुख पहलू दो मिले,रहते सबल सुजान।। समय बड़ा बलवान है,इनसे ही है मान। समय सही यदि नित चले,मिटता कभी न शान।। समय बड़ा बलवान है,सदा सिखाए ज्ञान। समझ इशारे को चलें,बनिए बड़े सुजान।। समय बड़ा बलवान है,शुभ शुभ रहिए आप। सारी खुशियां तब मिले,बढ़ते खूब प्रताप।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....