akhilesh Shrivastava 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक आपसी रिश्तों की महत्ता 47427 0 Hindi :: हिंदी
* अपने रिश्ते * जिन रिश्तों में हो अपनापन वो रिश्ते अपने होते हैं । जो रिश्ते दिल से होते हैं वो रिश्ते सच्चे होते हैं ।। इनमें नहीं होता मनमुटाव इनमें नहीं होता दुराभाव । इनमें नहीं होता भेदभाव इनमें नहीं होता कोई तनाव।। इनमें उम्मीद अपेक्षा है इनमें तो त्याग तपस्या है। इनमें तो प्यार की गंगा है इनमें अम्रत की वर्षा है ।। छोटी छोटी सी बातों में आपस में हुई तकरारों में । रिश्तों को भूल जो जाते हैं वो झूठे रिश्ते होते हैं ।। कानाफूसी की बातें सुन मन में फितूर ले आते हैं। दूजों की बातों में आकर जो रिश्ते नहीं निभाते हैं ।। वो नकली रिश्ते होते हैं ......... वो लोग स्वार्थी होते हैं मतलब के रिश्ते रखते हैं । इस हरक़त से वो जीवन में अपने रिश्तों को खोते हैं ।। कटुता को मन में रखकर जो अपनेपन को दर्शाते हैं । वो छद्मभेषी इस जीवन में अपना सम्मान घटाते हैं ।। जीते जी अपने जीवन में जिनको रिश्तों की कद्र नहीं । उनके रिश्ते मिट जाते हैं वो अंत समय पछताते हैं ।। अपने जो रिश्ते होते हैं अपना कर्तव्य निभाते हैं । तन मन धन से वो रिश्तों को सच्चे दिल से अपनाते हैं ।। रचियता ---अखिलेश श्रीवास्तव एडवोकेट जबलपुर
I am Advocate at jabalpur Madhaya Pradesh. I am interested in sahity and culture and also writing k...