Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

हजारों ख्वाबों के बीच तिमिलाता एक परिंदा

Nisha nik 20 Apr 2023 कविताएँ अन्य #hindipoem #motivationalpoem 6121 0 Hindi :: हिंदी

हजारों ख्वाबों के बीच तिमिलाता  एक परिंदा 
जिसके पंख नहीं हैं 
पर हर रोज मीलो की उड़ान तय करता है 
कभी हकीकत में तो कभी ख्वाबों में 
पर कभी रुकता नहीं है 
बस हर वक्त उड़ता ही रहता है 
यह कोई पक्षी नहीं, मन है 
जो हजारों ख्वाबों के बीच बस उड़ता रहता है

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: