Shamma parween 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक 86409 0 Hindi :: हिंदी
समय देखना है तो घड़ी में देखना होगा सही टाइम के लिये पीछे तंगी दिवाल मैं जो घड़ी ह् उसे देखना होगा घड़ी पीछे हो और आगे दर्पण से समय देखा नहीं करते दर्पण भी झूठ बताइ होंगी कभी कभी पीछे पलटाना भी होता हैं सही समय और सही रिश्तों को देखने के लिए तुझे एक बार पीछे पलटना भी होगा