Sudha Chaudhary 14 Sep 2023 कविताएँ अन्य 13235 0 Hindi :: हिंदी
कण-कण में मुस्काती हिंदी मेरे पथ की साथी हिंदी सहज भाव सिखलाती हिंदी हम सबको एक बनती हिंदी। हिंदी अपनी मौलिकता है हिंदी अपनी सहजता है हिंदी के लिए प्रयास करो हिंदी ही अपनी जड़ता है। हिंदी पर न मूक बनो कुछ बोलो इस पर अचूक बानो थामो इसको हाथों से अपनी भाषा है हिंदी। सुधा चौधरी बस्ती