चेतन भाई अॉजणा 30 Mar 2023 कहानियाँ बाल-साहित्य मेरा प्रिय मित्र 11863 0 Hindi :: हिंदी
मैं जब चौदह साल का था तब मैं एक अनजान व्यक्ति से मिला मैं नहीं जानता था कि वह कौन है और न ही वह मुझे जानता था हम दोनों विधालय साथ जाने लगे तब आपस में बातचीत शुरू हुई। एक दो दिन साथ गुजरे तब आपस में कब मित्रता हो गई पता ही न चला फिर तो प्रतिदिन साथ जाने लगे ।हम दोनों इतने अच्छे दोस्त बन गए कि अगर पुरे दिन में एक बार ना मिले तो जैसे सुना सुना लगता था वह मुझसे से तीन कक्षा आगे था उस समय वो बाहरवी कक्षा में और मैं नौवी कक्षा में पढ़ते थे मैं और मेरा मित्र कई भी साथ जाते थे घुमने ,खेलने ,आदि