Trishika Srivastava 18 May 2023 शायरी प्यार-महोब्बत 6419 0 Hindi :: हिंदी
चाँद को पहलू में बिठा लेती हूँ उसकी सोहबत में रात बिता लेती हूँ कोई नहीं है मिरा इस जहाँ में लिहाज़ा उसे ही मेहरम बना लेती हूँ - त्रिशिका श्रीवास्तव ‘धरा’
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