Poonam Mishra 30 Mar 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत तुम बिन जीवन का एहसास 6649 0 Hindi :: हिंदी
शीर्षक ---- तुम से दूरी तुम समय के साथ मुझसे दूर होते गए ! न जाने क्यों ?तुम मजबूर होते गए ! बहुत खामोशी के साथl मैंने रिश्तो को संभालना चाहा पर यह क्या? हर बात पर तुम मुझसे लड़ते झगड़ते ही गए? जो एक खूबसूरत तस्वीर लगा रखी थी ;मैंने "दिल में तुम्हारी न जाने क्यों ?समय के साथ तस्वीर के भी रंग बदलते गए! दिल के अरमां आंसुओं में बहते ही रहे !.....दिल के सौ टुकड़े हुए..... हर टुकड़ों में दर्द बढ़ता ही गया... स्वरचित लेखिका पूनम मिश्रा