Vedika markam 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य 12315 0 Hindi :: हिंदी
ऐ रिश्तों की कशमकश भी बड़ी अजीब होती है अपने मन की सुनो तो अपने रुठ जाते है, और अपनो की सुनो तो ,सपने रूठ जाते हैं
Login to post a comment!
मैं ऐक गृहणि हूं...