Poonam Mishra 12 Jul 2023 शायरी समाजिक तंहा जीवन 5825 0 Hindi :: हिंदी
भरी महफिल में न जाने क्यों दिल को यह एहसास हो चला है कि मैं अकेला ही अकेला हूं जैसे कोई तन्हा जीवन जी रहा हूं
Login to post a comment!
...