नरेंद्र भाकुनी 11 Aug 2023 कविताएँ देश-प्रेम पृथ्वीराज चौहान, चंदबरदाई, अरविंद केजरीवाल, नरेंद्र मोदी, हिस्टोग्राफी, love, akshay kumar, sanjay dutt, pm, modi, yogi 5147 0 Hindi :: हिंदी
मार दो प्यारे इसको बाण मानलो कहना मेरा मान मार दो प्यारे इसको बाण। चुके ना चुके चौहान मार दो प्यारे इसको बाण। रूद्र रूप जो बनकर देखो बन जाओ महाकाल। अभिलाषी हो, मान है तेरा मां धरती के लाल। पहुंचा दो तुम इसे शमशान मार दो प्यारे इसको बाण। ना चुके, चुके चौहान मार दो प्यारे इसको बाण। तुम वीरपुरूष, हे महापुरुष तुम वीर अमर बलिदानी हो। तुम वीर श्रेष्ठ, हे महाबली तुम युद्ध जीत महा ज्ञानी हो। ठान लो प्यारे दिल में ठान मार लो प्यारे इसको बाण। चुके ना चुके चौहान मार लो प्यारे इसको बाण। दूसरे देश के सारे दुश्मन जहां_ तहां से झांके। इसी दृश्य का साक्षी बनकर बन जाऊं तुम्हारी आंखें। छिपा हुआ गौरव अभिमान मार दो प्यारे इसको बाण। ना चुके, चुके चौहान मार दो प्यारे इसको बाण। मान लिया मैंने तेरा कहना तुम हो मेरे दिल का गहना। साथ _साथ से युद्ध लड़ेंगे एक दूजे के दिल में रहना। मारा मैंने इसको बान निकल गए जो इसके प्राण। निकल गए जो इसके प्राण पहुंच गया जो ये शमशान। नरेंद्र भाकुनी