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उधार की सवारी

RAJAT ROHIT RAJPUT 30 Mar 2023 कहानियाँ समाजिक उधार की सवारी प्रेरणादायक कहानी रजत रोहित राजपूत #rajatrohitrajput #iwriteheartfeelings inspirational stories 34280 0 Hindi :: हिंदी

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में सोलह साल का चमन नाम का एक लड़का था । वह सरोजनी इंटरकॉलेज में कक्षा दस का छात्र है। उसके बाबा किशनपुर गांव के जमींदार थेऔर पापा प्रॉपर्टी डीलर हैं। उसके दो भाई हैं बड़ेभाई दिल्ली एम्स में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहेहैंऔर छोटेभाई बैंक में
नौकरी करते हैं। वह अपने घर में सबसे छोटा है तो सबसे नटखट भी है। वह एक खुशमिजाज लड़का है इसी कारण उसके दोस्त भी कई हैं। बड़े भाइयों की देखरेख में चमन भी पढ़ाई अच्छे से करता है। इस बार दिवाली की छुट्टियों  मेंउसके दोनों भाई घर पर आए हैं तो छोटी दीपावली की शाम को सभी लोग आपस मिललकर बैठे हैं और अपनी अपनी कहानी सुनाते हैं। इस बीच चमन के बड़े भाई चमन के बारे में पूछते है कि तूने अपने बारे में क्या सोचा है आगे जाके क्या करेगा । तो चमन बोलता कि भैया ऐसा तो अभी कुछ सोचा नहीं है अभी मैं बस हाईस्कूल में हूं आगे जाके
सोच लेंगे क्या करना हैऔर मुस्कुरा देता है। तो उसका बड़ा भाई बोलता कि आगे जाके फिर
आगे नहीं जा पाओगे अगर आगे जाके सोचने का ही सोचोगे। 12th के बाद इंजीनियरिंग अच्छा
ऑप्शन है अच्छा लगे तो कर लेना तो चमन का छोटा भाई अभीषेक बोलता है चमन बहुत होशियार है हमेशा अपनी क्लास में टॉप करता  है वह सिविल  सर्विसेज की तैयारी  करेगा और आईएएस बनेगा । सभी लोग थोड़ा हंसते हैं
और फिर बोलते हैं चलो चमन तुम आईएएस ही बन जाओ । और सभी लोग खाना खाने लगते हैं।
इधर चमन सोचता है आईएएस अफसर तो बहुत अच्छे होते हैं चलो यही करेंगे। चमन को अपनी इच्छा के बारे में कुछ पता नहीं है और न ही वह सोचने की कोशिश करता है उसे उसके घर वालों द्वारा बता दिया जाता कि उसे सिवल सर्विसेज करना हैऔर वह अधिकारी बनने की कल्पनाओं में खोया रहने लगता है। वह अपनी क्लास में अपने दोस्तों से भी बोलता है हम तो आईएएस बनेंगे। अधिकारी बनने में अलग ही मजा है। अब वह कल्पनाओं में ज्यादा खोया रहता है इसी कारण वह अपने बोर्ड एग्जाम में अपने स्कूल में दसवें स्थान पर पहुंच जाता है तो घर वाले बोलते हैं कि चमन अब तुम पढ़ते नहीं हो घूमते ही रहते हो पढ़ाई भी किया करो बातें बनाने से कुछ नहीं होगा  इस पर चमन बोलता कि बोर्ड की  कॉपी सही नहीं जांची गई हैं नहीं तो टॉप मैं ही करता । और
वह ऐसा करके अपनी गलती कॉपी जांचने वाले लोगों पर मढ देता है। चमन के घर के लोग चमन को आराम से समझाते और बोलते हैं कि आगे से सही काम करना बहाना बनाने से कुछ नहीं होगा। चमन को लगता है कि वह तो क्लास का टॉपर है अगली बार देखेंगे रिजल्ट आनेपर । और वह अपने पुराने रवैए से लगा रहता है। वह इस बार थोड़ा समझदारी से पढ़ता है। उसके क्लास में कई दोस्त थे कुछ पढ़ने में सही थे कुछ कमजोर भी थे। उनकी आपस में स्टडी को लेकर बहुत चर्चा होती  थी सभी एक दूसरे के डाउट सॉल्व करते थे। चमन इस काम में बहुत आगेथा वह लगभग अपने सभी दोस्तों के डाउट्स सॉल्व किया करता था। जो चीज उसे समझ नहीं आती तो वो घर जाकर किताब से पढ़कर दूसरे दिन अपने दोस्त को बताता। इस तरह से उसकी पढ़ाई चल रही थी। अब अगले महीने बोर्ड एग्जाम आने वाले होते हैं वो खूब पढ़ाई करता  12th बोर्ड  एग्जाम हो जाने पर दोस्तों के साथ उत्तराखंड घूमने जाता है उसका बोर्ड एग्जाम का रिजल्ट घोषित होता है और इस बार भी वह टॉप नहीं कर पाता है और अपने स्कूल में तीसरे स्थान पर रहता है। पर वह अपने रिजल्ट से थोड़ा
संतुष्ट भी है लेकिन उसके घर के लोग थोड़ा असंतुष्ट प्रतीत होते हैं वे इस बार आशा लगाए  थे कि चमन स्कूल टॉप करेगा। अब आगे ग्रेजुएशन की चर्चाएं होती  है तो चमन बीएससी करने का प्रस्ताव रखता है। तो उसके बड़े भाई बोलते हैं कि अभी साइंस स्ट्रीम से 12th में सही स्कोर नहीं कर पाए हो अगर ग्रेजुएशन आर्ट्स से कर लो तो ज्यादा बेहतर रहेगा। और घर के बाकी लोग भी सहमत दिखते हैं। चमन भी सोचता है कि आर्ट्स  से करने से मेरी सिविल सर्विसेज की तैयारी भी साथ में होती रहेगी । तो चमन ग्रेजुएशन में इतिहास , भूगोल व राजनीति   ͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪ  विज्ञान विषय चुनता है जैसा कि  सभी से सलाह ली थी। 
वह ग्रेजुशन यह सोचकर करता है कि आर्ट्स तो  आसान है ये तो हो ही जायेगा। और साथ मेंमौज
मस्ती भी होती रहेगी। वह अपने कॉलेज के बाद कभी कभी दोस्तों के साथ घूमा करता था। पहली
साल में फिर से अच्छा स्कोर नहीं कर पाया तो उसनेअपनेव्यवहार मेंहल्का बदलाव  ͩͩͩͩͩͩͩͩͩͩͩͩͩͩͩͩकिया और घूमना बंद कर दिया। उसने प्रत्येक विषय की कई किताबें खरीदी और उनको पढ़ना शुरू कर दिया अब वह अपने पुराने मिजाज में वापस आ गया था । अब उसका ͩͩͩͩफिर  से अपने दोस्तों से स्टडी की चर्चा  शुरू कर दी थी। वह रोज कोई नया टॉपिक डिस्कस ͩͩͩͩͩͩͩͩकिया  करता था। इतिहास भूगोल में उसे
आनंद आने लगा था और वह इन्हें अपने दोस्तों के साथ शेयर ͩकया करता था । इस तरीके से वह अगले दो साल में अच्छी  पढ़ाई करके संतोषजनक स्कोर कर पाता है। इसी अपनी ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद वह सिविल  ͧͧͧͧͧͧͧͧ सर्विसेज  के लिए अप्लाई करता है वह मेहनत करके प्रीलिम्स क्वालीफाई कर लेता है पर इस बार वह मेंस में असफल हो जाता है। तो उसके दोस्त और फै ͧमली मेंबर्स अगली  बार कोचिंग की मदद लेने की सलाह देते हैं। वह इस बार दिल्ली आकर जटिल क्लासेस (JATIL CLASSES) में अपनी तैयारी शुरू कर देता है।और इस बार ͩ  फिर से वह प्रीलिम्स क्वालीफाई कर लेता है उसके घर वालों को भरोसा हो जाता है कि इस बार चमन का चयन हो जायेगा वह आगे की तैयारी जारी रखता हैऔर इस बार वह मेंस पास कर लेता है उसके घर में खुशी का मौहाल है। आगे वह इंटरव्यू की तैयारी करता है उसके बाद अब फाइनल मेरिट लिस्ट  ͧͧͧͧͧͧ के दिन सभी लोग उसके ͧ  सलेक्शन की आशा  ͧ लिए बैठे होते हैं परंतु उसका नाम फाइनल मेǐरट ͧलस्ट में नही होता हैऔर वह मेǐरट आउट हो जाता है। इस पर लोग
उसको फिर से प्रयास करने को बोलते हैं चमन भी यही सोचता है कि इस बार नहीं हुआ तो अगली बार तो हो ही जायेगा । और फिर से अपनी तैयारी मेंजुट जाता है इस बार कड़ी मेहनत करनेके बावजूद वह ͩफर से फाइनल मेरीट लिस्ट में अपना नाम नहीं ला पाता है।  अब वह एक बार सोचता है कि क्यों न कोई और ऑप्शन देखा जाए । वह मन में यही सोचता है कि कुछ और किया जाए किसी और ऑप्शन की तलाश मेंवह अपनी पहले किए  गए कामों को याद करता है और अध्यापक बनने की सोचता है उसे लगता है कि हम स्कूल कॉलेज में दोस्तों के डाउट
सॉल्व किया करते थे और उनको अच्छे से समझाया करते थे क्यों न इसे ही जीवन का आधार बनाया जाए वह गूगल की मदद से अध्यापक बनने की प्रक्रिया देखता है उसे बीएड और टीजीटी के ऑप्शन मिलते हैं वह बीएड करने की सोचता है। और ऐसी आशा लिए वह घर वापस आ जाता है
और घरवालों को अपनी इच्छा बताता है तो भाई बोलतेहैं क्या यार तू छोटे बच्चों को पढ़ाएगा कुछ
और कर इससे भी अच्छे कई और विकल्प हैं। दूसरा भाई बोलता है कि सिविल  सर्विसेज नहीं तो बैंक
की तैयारी ही करले इसमें भी कई चांसेस मिलते हैं। बैंक परीक्षा की तैयारी कर ले। बाकी लोग भी
इसी बात का समर्थन करते हैं। तो चमन भी सोचता हैचलो ये भी कर लिया जाए  
इस बार वह बैंक परीक्षा हेतु तैयारी शुरू करता है पर उसकी इच्छा तो कुछ और ही थी । पर वह हर
बार की तरह इस बार भी उधारी की तैयारी में जुट जाता है जैसा वह पिछले कई सालों से करता आया है। पूरी साल मेहनत करके फिर रिजल्ट  की बारी आती है। और उसका एग्जाम बदलता है पर  रिजल्ट नही  ͧͧͧͧͧͧͧͧसिविल सर्विसेज की  तरह वह बैंक परीक्षा मेंभी फाइनल मेǐरट आउट हो जाता
है। अब वह अपने अंदर झांकता हैं और सोचता है कि क्या करना चाहिए । काफी साल हो गए तैयारी करतेहुए । वह अपने बाकी दोस्तों से फोन करता है जो उसके साथ ही सिविल सर्विसेज की तैयारी ͩ किया करते थेऔर फाइनल मेǐरट ͧ लिस्ट में दो-तीन बार बाहर हो गए थे। वह उनसे पूछता है कि क्यों न हम लोग एक कोचिंग  शुरू करें वैसे भी हम लोग पूरी प्रोसेस से दो-तीन बार गुजर चुके हैं हम लोग कोचिंग में नए स्टूडेंट्स को गाइड कर सकते हैं। तीन दोस्त चमन के इस आइडिया से सहमत हो जाते हैं और और इन्वेस्टमेंट के लिए कुछ समय मांगते हैं इधर चमन अपने पिताजी से बोलता है कि मैंने और मेरे दोस्तों ने एक कोचिंग संस्थान शुरू करने का प्लान बनाया है तो हम लोगों को आपसे कुछ रूपयों की मदद चाहिए है।  चमन के पापा बोलते  हैं कि तू अभी तक हम लोगों के विचारों पर चलता आया है चल इस बार तू कुछ अपने मन से ही कर ले तुझे कोचिंग सेंटर के लिए जितने पैसों की जरूरत हो बता देना ।चमन और उसके दोस्त आपस में मिलकर रुपए इकट्ठे करते हैं और अपने ही शहर बांदा में नया
कोचिंग सेंटर खोलते हैं जिसका नाम होता उधारी क्लासेस  है  (UDHARI CLASSES) क्योंकि चमन अभी तक उधार के आइडिया से ही चलता रहा है। चमन और उसके दोस्त पोस्टर बांटते हैं और न्यू स्टडेंट्स से मिललकर उनकी कोचिंग में आने को बोलते हैं बांदा में कम कोचिंग होने से उधारी क्लासेस में काफी बच्चे आ जाते हैं वो लोग उधारी क्लासेस में SSC और Bank की भी तैयारी शुरू करतेहैं। चमन और उसके दोस्त अपनेअनुभव के आधार पर छात्रों को बताते है कि कहां कहां गलती की गुंजाइश हैऔर छात्रों को सही तरीका फॉलो करने की सलाह देते हैं। सभी अपनेअपने
मजबूत विषय पढ़ाते हैं और चमन अपने भूगोल और इतिहास ͪͪͪͪͪͪͪͪविषय चुनता है जिसे वह कॉलेज के
दिनों में अपने दोस्तों को समझाया करता था 
ऐसेही सभी लोग कड़ी मेहनत से जुट जाते हैं और एक साल के अंदर कोचिंग से बहुत से छात्र  ͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪͪविभिन्न परीक्षाओं को पास करते
हैं और पूर्ण सेचयनित हो जाते हैं। इससे चमन और उसके दोस्त बहुत खुशी होतेहैं और शहर के बहुत से नए छात्र भी उधारी क्लासेस में पढ़ने आने लगते हैं। और आगे चलकर उधारी क्लासेस बांदा ही नहीं आसपास के जिलों का भी सबसे अच्छा कोचिंग संस्थान बनकर उभरता है

This is an imaginary story written by Rajat Rohit Rajput . It is not related to any real-life story.

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