Pravin Chaubey 22 Nov 2023 शायरी प्यार-महोब्बत #shayari#sad shayari#kavita#poeam#reel#viral# 22245 0 Hindi :: हिंदी
अंधेरी रात की चमकती हुई कोइ चांद हो तुम टूटे हुए तारो से मांगी हुई मन्नत मेरी जान हो तुम जिसे देख के साम को सूरज भी शर्मा के ढल जाता है आकाश में दिख रहे उन लाखों तारो के समान हो तुम अंधेरी रात की चमकती हुई कोइ चांद हो तुम प्रवीण चौबे
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