komal singh 21 Jul 2023 कहानियाँ समाजिक google/yahoo/instagram/telegram 5737 0 Hindi :: हिंदी
एक बार एक छोटे से गांव में एक बहुत ही प्यारी और समृद्ध परिवार रहता था। इस परिवार में एक बूढ़े दादा और दादी, उनके बड़े बेटे और बहु, और एक छोटे से पोते की खुशियों से भरी जिंदगी बीतती थी। ये सभी एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे और साथ मिलकर खुशियों भरी रिश्तों का आनंद लेते थे। एक दिन, गांव में एक गहरी संघर्ष का सामना करना पड़ा। वहां की सूखे की समस्या के कारण लोगों को पानी की बहुत कम समस्या हो गई थी। पानी के लिए दूर-दूर से जाना पड़ता था और लोगों को दिन-रात परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। इस समस्या को देखकर बूढ़े दादा ने तत्काल अपने परिवार से बैठक बुलवाई। उन्होंने सभी सदस्यों को समझाया कि ये समस्या सिर्फ उनके नहीं है, बल्कि सभी गांव के लिए है। और उन्होंने सभी को साथ मिलकर इस समस्या का समाधान करने की अपील की। परिवार के सदस्य दादा, दादी, बड़े बेटे और बहु, सभी ने अपनी सहमति दी और गांव के लिए समस्या का समाधान करने की तैयारी में आ गए। सभी ने मिलकर एक छोटे से तालाब के आस-पास मिट्टी के ढेर बनाए और उन्होंने वहां एक पाइपलाइन भी लगाई ताकि पानी एकत्र हो सके। पहले कुछ लोग समस्या का हल ढूंढने में थोड़े नाकामयाब रहे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और दूसरे रास्ते ढूंढ लिए। आखिरकार उन्होंने एक जगह पर बड़े पत्थरों को हटा कर पानी को उस तालाब तक पहुंचाने का रास्ता ढूंढ लिया। इससे सभी गांववालों को पानी की समस्या से निजात मिली और उनकी खुशियों की लहरें चारों ओर फैल गई। इस समस्या का समाधान करके सभी गांववाले बहुत खुश थे। लोग दादा-दादी को बहुत सम्मान देने लगे और उन्हें गांव के सच्चे नेता मानने लगे। दादा और दादी खुशियों से झूम उठे और उनके चेहरे पर खुशियों की चमक देखकर सभी को बहुत आनंद आया। इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि अगर हम एकजुट होकर मिलकर मुश्क