Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

तुम खुश होगी-या दुखी मुझे नहीं मालुम

Uday singh kushwah 02 Jul 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत गूगल याहू बिंग 5279 0 Hindi :: हिंदी

तुम खुश हो,
या दुखी,
मुझे नहीं मालुम,
क्योंकि 
कई जमाने से,
तुम से नहीं मिला...
परन्तु मैं,
मैं हमेशा,
तुम खुश होगी,
यही मिथ्या 
सोच कर,
रोज खुश 
होता हूं। 
उदय सिंह कुशवाहा 
ग्वालियर मध्य प्रदेश

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: