Pankaj Kumar Boorakoti 30 Mar 2023 शायरी समाजिक # कागज और कलम 36797 0 Hindi :: हिंदी
कागज और कलम एक दूसरे के जीवनसाथी हैं, जैसे कागज बिना कलम के अधूरा है, वैसे ही कलम बिन कागज के चलती ही नहीं. लेखक पंकज कुमार बुड़ाकोटी
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