संदीप कुमार सिंह 12 Jul 2023 कविताएँ समाजिक मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 4166 0 Hindi :: हिंदी
(रोला छंद) ज्ञान बुद्धि हो खास, दान इसका कर सबको। सदा बढेंगें मान,दुआ मिलता है खुदको।। प्यारा सभी समाज,करूं मैंसदा भलाई। करता अपना काम, नहीं मैं करूं लड़ाई।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....