Jyoti yadav 21 May 2023 गीत अन्य #तेरी आंखों में आंसू जचते नहीं है# 7176 0 Hindi :: हिंदी
क्यों रोती है तू तेरी आंखों में आंसू जचते नहीं है दर्द हो ना जिसे वह कभी इतिहास रचते नहीं है सह ना सके जो पत्थर चोट हथौड़ी के वह कभी मंदिर में सजते नहीं है तुम बहादुर हो बहादुर कभी संघर्ष से डरते नहीं है जीवन की यही वसूल है कह दे तू तुझे भी कबूल है छोड़ दे रोना रोना तो फिजूल है आज जी ले तू जीवन खुशी के कह दे तू जो था वह भूल है एक बार बस तू होठ हिला सारे दर्द को बस यूं ही दूर हो जाएंगे शुक्र करो रब का जो तुम्हें उनसे मिला नफरत करने वाले भी तुझसा बनने पर मजबूर हो जाएंगे मान ले तू बात मेरी वैसे तो हम कुछ कहते नहीं है क्यों रोती है तू तेरी आंखों में आंसू जचते नहीं है