Achal kumar singh 30 Mar 2023 कविताएँ देश-प्रेम भारतीय सेना की शौर्यगाथा (नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के चरणों में समर्पित रचना) 32356 0 Hindi :: हिंदी
सेनानी भारत वर्ष के , पग पीछे हटा सकते नहीं । है संजोया वीरों ने जो , मान घटा सकते नहीं । बंदिश में गर कोई दर्द दे , तो मातृभूमि के लिए हम । सर कटा सकते हैं लेकिन , सर झुका सकते नहीं । हमको दिए इतिहास में जो , घाव भुला सकते नहीं । हां भले एक बार फिर , नेता जी ला सकते नहीं । अब तक दौड़ता धमनियों में , है वो नारा बोस का हम । सर कटा सकते हैं लेकिन , सर झुका सकते नहीं । मां भारती के पालने का , ऋण चुका सकते नहीं । मस्तक भारतवर्ष के , कालिक लगा सकते नहीं । जो धरा अंतिम शरण है , उसकी रक्षा के लिए हम । सर कटा सकते हैं लेकिन , सर झुका सकते नहीं । 🇮🇳 अचल कुमार सिंह 🇮🇳 🙏🙏🙏