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सुनता ही नहीं-अब ना बढ़ाएगें तुझसे नजदीकियां

Ranjana sharma 06 Sep 2023 शायरी दुःखद सुनता ही नहीं#Google# 11157 0 Hindi :: हिंदी

हमने सोच लिया था
अब ना बढ़ाएगें तुझसे नजदीकियां
पर ए दिल है ना सुनता ही
नहीं अब कुछ मेरी
दर्द और चोट खाने की
आदत सी हो गई 
सुनता ही नहीं मेरी कोई हुजूरी
              धन्यवाद

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