Pradeep Kumar Maurya 30 Mar 2023 कविताएँ बाल-साहित्य 27264 0 Hindi :: हिंदी
सबके मन को भाती जाय, अदरक वाली मीठी चाय, सुबह सुबह जब मिलती ना, अदरक वाली मीठी चाय, मन नहीं लगता उस दिन जिस दिन मिलती ना हमको चाय, सबके मन को भाती जाय, अदरक वाली मीठी चाय, सबको लगने लगी ये प्रिय, बूढ़े बच्चे सब अब हो गये चाय के श्रेय, इसके धुन में सब धुनते जाय,अदरक वाली मीठी चाय,सबके मन को भाती जाय, अदरक वाली मीठी चाय. मैं भी पीता तु भी पीता पीता है सारा संसार,खत्म होता अब जा रहा सुबह दुध पीने का चार,अब सबके रग रग में व्यापत हो गयी है चाय, अदरक वाली मीठी चाय