Rajendra Prasad Gupta 31 May 2023 आलेख समाजिक #सामाजिकसमस्याएं #व्यक्तिगतसंघर्ष #समाजीकरण #जातिवाद #गरीबी #न्याय #शिक्षा #समरसता #जनहित #सामाजिकन्याय #परिवर्तन 4981 0 Hindi :: हिंदी
परिचय:– समाज एक जटिल जाल है, जिसमें विभिन्न समस्याएं मौजूद हैं, और जिनका समाधान सामाजिक परिवर्तन की आवश्यकता होती है। यहां हम एक ऐसी यात्रा पर चर्चा करेंगे, जिसमें व्यक्तिगत संघर्ष से समाजीकरण की ओर कदम बढ़ते हैं। व्यक्तिगत संघर्ष एक अभिशाप है जो अनेक सामाजिक समस्याओं की जड़ है। व्यक्ति और समाज के बीच तनाव, असंतोष, न्याय की कमी, भेदभाव, बाल विवाह, जातिवाद, अन्यायिता, गरीबी, नशीले पदार्थों का सेवन और अधिक में आक्रमण करता है। इन समस्याओं से निपटने के लिए, हमें व्यक्तिगत संघर्ष को उत्कृष्टता और समाजीकरण के मार्ग में परिवर्तित करने की आवश्यकता है। समाजीकरण एक अभियांत्रिकी है जो समाज को संगठित और समरस्त बनाने का काम करती है। समाजीकरण से तनाव, असंतोष, जातिवाद, अन्याय, गरीबी और अन्य समस्याएं कम होती हैं। सामाजिक न्याय, शिक्षा, स ्वास्थ्य सेवाएं, रोजगार, पर्यावरणीय संरक्षण और महिला सशक्तिकरण जैसे मार्गप्रदर्शक उपायों से समाजीकरण होता है। व्यक्तिगत संघर्ष से समाजीकरण की ओर जाने के लिए हमें विभिन्न उपाय अपनाने की आवश्यकता होती है। शिक्षा, जागरूकता, सामाजिक संगठन, और सरकारी नीतियां हमें समस्याओं को समझने, उनके खिलाफ लड़ने और समाधान ढूंढने में मदद करती हैं। सामाजिक न्याय की मांग, स्वयंसेवी संगठनों का समर्थन, और सामाजिक संघर्ष योजनाओं का उद्घाटन भी महत्वपूर्ण है। इस प्रकार, हमें व्यक्तिगत संघर्ष से समाजीकरण की ओर बढ़ना चाहिए। यह सफर लंबा है, लेकिन संघर्ष के रास्ते पर हमें उत्कृष्टता के मार्ग का चुनाव करना चाहिए। एक ऐसा समाज बनाना है जहां सभी व्यक्तियों को न्याय, समानता और सुरक्षा मिले। हमें व्यक्तिगत संघर्ष को समाजीकरण की ओर बढ़ाने का संकल्प लेना चाहिए और समस्याओं के समाधान की खोज में जुटना चाहिए। नोट:–पाठकगण से हाथ जोड़कर नम्र निवेदन है कि, पोस्ट अगर अच्छा लगे तो कमेंट और लाइक साथ-साथ शेयर करना ना भूले, आप लोगों द्वारा दिए गए लाइक एवं कमेंट से लेखक अपने आपको गौरवान्वित महसूस करता है। 🙏🙏
I take pride in writing articles on all the problems related to the society....