संदीप कुमार सिंह 22 Jun 2023 गीत समाजिक मेरा यह गीत समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 4556 1 5 Hindi :: हिंदी
(दोहा छंद) दुविधा में रहना गलत, सदा रहें बेबाक। करिए सबकुछ स्पष्ट से, बचा रहे तब नाक।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
9 months ago
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....