Nishurana 16 Jun 2023 ग़ज़ल दुःखद Google 9609 0 Hindi :: हिंदी
लब पे' आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी, ज़िन्दगी शमा की सूरत हो ख़ुदाया मेरी । दूर दुनिया का मेरे दम से अंधेरा हो जाए हर जगह मेरे चमकने से उजाला हो जाए । हो मेरे दम से यूँ ही वतन की ज़ीनत, जिस तरह फूल से होती है चमन की ज़ीनत । ज़िन्दगी हो मेरी परवाने की सूरत या रब ! इल्म की शमा से हो मुझ को मुहब्बत या रब ! हो मेरा काम ग़रीबों की हिमायत करना, दर्दमंदों से, ज़ईफ़ों से मुहब्बत करना । मेरे अल्लाह, बुराई से बचाना मुझ को, नेक जो राह हो, उस रह पे' चलाना मुझ को । -Nishu rana