Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

बचपन का सपना

Meenubaliyan 30 Mar 2023 कविताएँ बाल-साहित्य बच्चे का सपना और देश प्रेम 79464 0 Hindi :: हिंदी

छोटा सा बचपन का सपना
सपने में था फोजी बनना
दौड लगाना खेलने जाता
माँ बाप का मान बढाना
माँ से कहता खूब खिलाना
फिर मुझको है सीमा पर जाना
माँ मेरी हँसकर कह जाती
तू छोटा सा जवान बनेगा कैसा
बाप केे कंधो पर है रहता
अपनी ही जिद पर है जीता
वहां ना होगा कोई तेरा अपना 
ये कैसा देखा है तुमने सपना
माँ मैं अकेला ही रह लूंगा
हस्ते हस्ते सब दुःख सह लूँगा
जब आऊंगा छुट्टी फौज से
फिर जी लूंगा जिंदगी मौज से
एक दिन मैं बनके फौजी
देश के लिए बन जाऊ मन मोजी
बस इतना सा है मेरा सपना
छोटा सा बचपन का सपना................

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: