Danendra 13 May 2023 आलेख समाजिक समय को समझना और समय पर समझना 8774 0 Hindi :: हिंदी
मैं रास्ता भूलता हूं इसलिए नए रास्ते मिलते हैं भटकता नही हूं।। जिनके सर पे जिम्मेदारी होता है बहोत कम भटकते है । मेरे लिए समय को समझना समझदारी है और समय पर समझना जिम्मेदारी हैं।। इसका मतलब ये नही की मैं बिल्कुल परफेक्ट हूं ।। वास्तव में जो लोग परफेकसन की तलाश में है वो जीवन को नही जान पाएंगे ।। लेकिन मैं ये उम्मीद करता हु की मैं आधा आधा वाला इंसान नही बनुगा जो करुंगा पूरा करूंगा ,पूरी शिद्दत से करुंगा ।। हंसना तो ऐसे की बाहारे आ जाए,रोना तो ऐसे की बारिश हो कही ।। कुछ कहना तो ऐसे की पत्थर पर लकीर हो । चुप होना तो ऐसे जैसे शांत दरिया हो।।