संदीप कुमार सिंह 19 May 2023 गीत समाजिक मेरा यह गीत समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 7564 2 5 Hindi :: हिंदी
अंत भला तो सब भला,फिर तो रहे बहार। सब कुछ तब अच्छा लगे, करिए सबसे प्यार।। अंत भला तो सब भला, इसका रखिए ख्याल। कोशिश करना काम है,जोश भरी हो चाल। अंत भला तो सब भला,रहे खुशी दिन रात। सुरभित रहें समाज में, मानेंगें सब बात।। अंत भला तो सब भला,ऐसा करें जुगाड़। सबसे सहज अपील कर,रखिए अति दृढ़ आड़।। अंत भला तो सब भला,रहे बची तब लाज। बनकर एक मिसाल तब,करिए अद्भुत काज।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा) बिहार
11 months ago
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I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....