Rajendra Prasad Gupta 15 Jun 2023 आलेख समाजिक समस्या का समाधान 6156 0 Hindi :: हिंदी
बहुत समय पहले की बात है, एक गांव में एक समस्या उठ गई। वहां के लोगों के बीच असंतोष और विवाद बढ़ रहे थे। विवाद का कारण यह था कि गांव में कुछ लोगों के बीच एक प्रेमी जोड़ी की स्थिति खराब हो गई थी। इससे उनके बीच द्वंद्विता और असंतोष फैल गया था। लोग न्याय की ओर दौड़े और अपनी अदालत में मामले दर्ज करने लगे। कोर्ट की प्रक्रिया चलने लगी और लोग एक दूसरे पर आरोप लगाने में जुट गए। न्यायिक प्रक्रिया चलाने में वक्त लगा और लोगों की समस्या का समाधान देर से होने लगा। इस दौरान, एक बुजुर्ग आदमी ने यह सब देखा और समझा कि न्याय की खोज में लोग भूल रहे हैं कि समस्या का समाधान न्याय के बाहर भी हो सकता है। उन्होंने अपने बेटे को बुलाया और उन्हें यह समझाया कि समस्या को समाधान करने के लिए न्याय की बजाय समझदारी और सहयोग का सहारा लेना चाहिए। बुजुर्ग आदमी ने अपने बेटे के साथ एक मंच पर बैठक बुलाई और सभी लोगों को बुलाकर उन्हें समस्या का समाधान ढूंढ़ने के लिए संगठित किया। उन्होंने लोगों के बीच बातचीत करवाई और सबको समझाया कि न्याय की बजाय समझदारी और विश्वासपूर्वक वार्ता करने से समस्या का समाधान संभव है। लोगों ने अपने विचारों को साझा किया और एक दूसरे की बातें सुनी। उन्होंने व्यापारिक विवाद के समाधान के लिए समझौता किया और साथी लोगों का सहयोग लिया। समय के साथ, लोगों के बीच फिर से प्रेम और सद्भाव बढ़ने लगा। इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि जब हमारे प्रियजनों के साथ समस्याएं होती हैं, तो हमें न्याय की बजाय समाधान की ओर ध्यान देना चाहिए। एक बार जब हम समस्या के समाधान के लिए समझदारी और सहयोग का सहारा लेते हैं, तो हम अपने सभी प्रियजनों के साथ खुशहाली और सुख महसूस कर सकते हैं।
I take pride in writing articles on all the problems related to the society....