Raj Ashok 17 Jul 2023 गीत प्यार-महोब्बत मुहोबत 7782 0 Hindi :: हिंदी
मेरी, कलम ने लिखा तुझे है। आज बहती साँसो मे रही, तेरी आवाज हुँ, रहे तूझे सफर ये याद, ये ही तो वक्त की वफा है। मुहोबत कहाँ है। ३२ मासूम दिल को बता ये मुहोबत कहाँ है। साथी बदल कर, सफर बदल कर निकल रहे है। आगे लोग आगे जहाँ मे पर मंजिल है कहाँ है। मुहोबत ...... मासुम...... शर्मीदा अब कोई नजर नहीं बेशर्म अब वक्त हो चला। आसमान की हे ओढे चुनर यहाँ है। मुहोबत ... मासूम....