Manju Bala 23 Jan 2024 कविताएँ समाजिक हम आज की नारी , आटा मैदा सूजी हम हैं शक्ति हम आज की नारी , हम हर किरदार निभाती है , बहन,बेटी ,माता या हो पत्नी , हम आज की नारी , कंधों से कंधा मिलाकर, पुरुषों के साथ खड़ी हो जाती है , हम आज की नारी , रौनक जहाँ की हम से है , खुशियाँ जहाँ की हम से है , हम आज की नारी , तूफानों के बबंडर से हम नहीं घबराती है , चाहे अन्दर कितना दर्द हो , लेकिन बाहर हमेशा मुस्कराती है , हम आज की नारी | 6191 2 5 Hindi :: हिंदी
हम आज की नारी , आटा मैदा सूजी हम हैं शक्ति हम आज की नारी , हम हर किरदार निभाती है , बहन,बेटी ,माता या हो पत्नी , हम आज की नारी , कंधों से कंधा मिलाकर, पुरुषों के साथ खड़ी हो जाती है , हम आज की नारी , रौनक जहाँ की हम से है , खुशियाँ जहाँ की हम से है , हम आज की नारी , तूफानों के बबंडर से हम नहीं घबराती है , चाहे अन्दर कितना दर्द हो , लेकिन बाहर हमेशा मुस्कराती है , हम आज की नारी |
I have done M.A in three subjects these are Hindi ,History ,Political science. I have also done M.Ed...