Bholenath sharma 20 Jan 2024 कविताएँ धार्मिक 5285 0 Hindi :: हिंदी
अभिनंदन , अभिनंदन , अभिनंदन पधारो मेरे प्रभु कौशल्या नंदन मगन है अवध की हर गलियाँ मेरे प्रभु आपकी की धुन में । देख रहा है विश्व भी मगन है प्रभु आपकी धुन में । विराजेंगे मेरे प्रभु राम , अपने धाम जप लो राम राम राम राम ।