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एक बादल मेरे चाँद को ढकता है।

Samar Singh 06 May 2023 गीत दुःखद आप गीत पढ़े और आनन्द उठाये। 5183 0 Hindi :: हिंदी

सपने में हर बार मुझे क्यों दिखता है, 
एक बादल मेरे चाँद को ढकता है। 

हर बार चौंक जाता हूँ, 
ये किसने मेरी नींद तोड़ डाली, । 
मेरे आशियाने पे चिंगारी डाल, 
ये किसने मेरी उम्मीद फोड़ डाली।। 

आज हमने देखा तारों की परेशानी, 
जो कुछ थी जानी पहचानी। 
रोता हर तारा है, 
वह तो चाँद हमारा है। 

लो आ गयी एक बार फिर अमावस की रात, 
जो ना चाहते थे हम, हो गयी वहीं बात। 
क्यों सबको ये तनहाई मिलती है, 
आँसुओं से ये सारे अरमान जलता है, 
एक बादल मेरे चाँद को ढकता है।। 

रचनाकार- समर सिंह " समीर G "

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