Ajeet 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक उड़ान भरके तो देख मुसाफिर 33268 0 Hindi :: हिंदी
उड़ान भरके तो देख मुसाफिर ये जहाँन नजर आयेगा / ठोकरों का क्या हे कल जरूर इतिहास बदलता नजर आयेगा, उड़ान भरके तो देख मुसाफिर ये जहाँन नजर आयेगा / हजारों की महफिल मैं लोगो के सहनदिल मैं कुछ नया करके तो देख मुसाफिर अपना पन नजर आयेगा , उड़ान भरके तो देख मुसाफिर ये जहाँन नजर आयेगा / राह संघर्ष की तू चलके देख होसलों के साथ तू बढ़कर देख यही आज 'कल ' लिखकर तू देख मुसाफिर पथ तू भी चढ़ जायेगा , उड़ान भरके तो देख मुसाफिर ये जहाँन नजर आयेगा /