Pravin Chaubey 26 Jun 2023 कविताएँ अन्य #कविता #काव्य #पोएम #सायरी #मोटीवेशन #दर्द सायरी #रील #वायरल 6605 0 Hindi :: हिंदी
बरसती हुई बारिसो में अब तो भीग जाने को मन करता है जब चलती है ये ठंडी ठंडी मध्यम सी हवाएं इन हवाओं में घुल मिल जाने को मन करता है जब बरसती है ये बारिसो की बूंदे जमी पे टिप टिप कर के इस को देख के हर कोई यहां मदमस्त मगन हो जाता है इन बरसती हुई बारिसों में अब तो भीग जाने को मन करता है - प्रवीण चौबे
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